भारत की काफी बड़ी आबादी रोजगार के लिए खेती से जुड़ी हुई है। मगर खेती करने वाले किसानों को अकसर कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कभी सूखे या बाढ़ से बर्बाद हुई फसल और कभी मेहनत की पूरी वसूली न हो पाने जैसी समस्याएँ उनके सामने आती रहती हैं। इसे लेकर किसान अकसर राज्य और केंद्र सरकारों से गुहार लगाते हैं। सरकारों की तरफ से कर्ज माफी जैसे बड़े फैसलों के बाद भी किसान की स्थिति बहुत अच्छी नहीं हो पाती। मगर फिर भी तमाम समस्याओं के बावजूद भारत के अन्नदाता अपनी तरफ से बेहतर से बेहतर फसल पैदा करने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। मगर एक चीज जिसकी देश के किसानों को इस समय सबसे ज्यादा जरूरत है वो है कृषि विज्ञान, जिसके जरिये कम लागत में अधिक उत्पादन किया जा सकता है। इसका प्रचार-प्रसार सरकार के प्रयासों से बढ़ रहा है और किसानों को कम लागत में बेहतर फसल पैदा करने के लिए शिक्षित किया जा रहा है, जिसका किसानों को लाभ भी मिलता दिख रहा है। गुजरात से एक ऐसी ही कहानी सामने आयी है जहां एक किसान परिवार ने कृषि विज्ञान के सहारे आलू की खेती से एक साल में 25 करोड़ रुपये कमाये।
आलू ने बनाया गुजराती परिवार को करोड़पति, एक साल में कमाये 25 करोड़ रु